यहाँ
हम पार्टी वाइज़ यह देखेंगे कि कोनसी राजनैतिक पार्टी का OPS को फिर
से लागू करने के बारे में क्या पक्ष है
#BJP : जहां एक और सरकारी कर्मचारी NPS समाप्त कर OPS यानि पुरानी पेंशन
योजना को फिर से लागू करने की मांग कर रहें है वहीं BJP की अगुवाई वाला NDA (मोदी सरकार ) कर्मचारियों की इस
काफी समय से लंबित और जायज मांग को लेकर उदासीन बना हुआ है । मोदी सरकार की इस उदासीनता
का प्रमाण ये है कि लोक सभा और राज्य सभा में समय समय पर OPS
यानि पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर पूछे गए सवालों के जबाब में मोदी सरकार के
मंत्रियों ने इसे सिरे से नकार दिया है और स्पष्ट कहा है कि पुरानी पेंशन
योजना की बहाली जैसा कोए मुद्दा सरकार के विचारधीन नहीं है
। यहाँ BJP या NDA का रुख काफी स्पष्ट
है कि मोदी सरकार किसी भी कीमत पर पुरानी पेंशन योजना की
बहाली नहीं करेगी।
BJP चुनावी घोषणा पत्र में केंद्रीय कर्मचारियों को पुराने पेंशन स्कीम का लाभ
देने को शामिल किया जाना नामुमकिन है।
#Congress : कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में केंद्रीय
कर्मचारियों को पुराने पेंशन स्कीम का लाभ देने को भी शामिल किया जा सकता है। 13 फ़रवरी 2019 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधिमण्डल से
मुलाकात की. इस दौरान कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली की मांग की. जिस
पर उन्होंने इस मुद्दे को अगले लोकसभा चुनाव के लिये
पार्टी के घोषणापत्र में शामिल करने का आश्वासन दिया.
#DMK : एक ओर जहां कांग्रेस
और बीजेपी दोनों ने अपने घोषणा पत्र पब्लिक के बीच नहीं रखे हैं उधर तमिलनाडु में #DMK
और AIADMK दोनों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं।
#DMK ने वादा किया है कि आयकर छूट की सीमा 5 लाख से बढ़ा कर 8 लाख कर दी जाएगी. #DMK
ने कहा है कि अगर वह सत्ता में आई तो मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट को खत्म कर देगी। नीट
का मसला तमिलनाडु के लिए काफी बड़ा है। यही
नहीं #DMK पहली पार्टी हो गई है, जिसने अपने घोषणा पत्र में पुरानी
पेंशन व्यवस्था को बहाल करने का वादा किया है.
पुरानी पेंशन को लेकर दिल्ली में भी कई प्रदर्शन हुए हैं।
#AAP
आम आदमी पार्टी : आम आदमी पार्टी ने वर्ष
2018 में ही पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली का न केवल समर्थन
किया जबकि दिल्ली सरकार के कर्मचारियो की लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव
केंद्र सरकार को भिजवा चुकी है। हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से इस प्रस्ताव के बारें
में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को कोई जबाव नहीं आया हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार
और केंद्र सरकार के बीच बिगड़ी हुई कैमिस्ट्रि से तो हम सभी भलीभाँति रूबरू है ही।
#Other
Parties: देश की अन्य राजनैतिक पार्टियों ने पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर अभी
तक अपने पते नहीं खोले है ।
अब देखतें है की वर्ष 2019 में पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर
सरकारी कर्मचारियों ने कब कब प्रदर्शन और आंदोलन किए है -
03 Feb 2019 : रेलकर्मियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए किया प्रदर्शन-
आल इंडिया रेलवे मेंस
फेडरेशन से संबद्ध नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन की वाराणसी शाखा की ओर से शनिवार को
कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में संकल्प सभा आयोजित की गयी और पुरानी पेंशन
बहाली के लिए प्रदर्शन किया गया ।
06 Feb 2019
: शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली को आन्दोलन किया और बाइक रैली निकाली
उत्तर प्रदेश के लखीमपुरखीरी
में कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी
पेंशन बहाली मंच ने छह फरवरी को पुरानी पेंशन बहाली के लिए धरना प्रदर्शन किया
और विलोबी मेमोरियल प्रांगण में एकत्र
होकर मोटरसाइकिल रैली निकाली ।
पुरानी पेंशन बहाली की
मांग को लेकर जारी हड़ताल में डिग्री कॉलेजों के साथ ही माध्यमिक के शिक्षकों ने
भी समर्थन दिया।
10 Feb 2019 वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने मांगी पुरानी पेंशन: हरिद्वार वन प्रभाग के प्रभागीय सभागार में 10 Feb 2019 को वन विभाग के समस्त पेंशन विहीन अधिकारियों व कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर एक बैठक की और सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की ।
वाराणसी, 06 Mar
2019 पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर शिक्षकों ने दिया धरना
वाराणसी में पुरानी
पेंशन की बहाली समेत विभिन्न मांगों को लेकर मंडल के शिक्षकों ने संयुक्त शिक्षा
निदेशक कार्यालय पर धरना दिया। उनका कहना है सीबीएसई के समान पारिश्रमिक, वित्तविहीन
शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा और चिकित्सा सुविधा देने की मांग पर सरकार
का रवैया सकारात्मक नहीं है।
नई दिल्ली, 13 Mar
2019 पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने को लेकर कर्मचारी संगठनों
द्वारा देशव्यापी प्रदर्शन किया गया ।
No comments:
Post a Comment